Key updates; what changes next
पहाड़ों से लेकर मैदानों तक हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त है। पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खनल से राष्ट्रीय राजमार्ग समेत छोटी-बड़ी सैकड़ों सड़कें बंद हैं। नदियां और नाले उफान पर हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा से लेकर दिल्ली-एनसीआर में भी कई दिनों से बारिश, बाढ़ और जलभराव से लोग परेशान हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना और एनडीआरएफ समेत विभिन्न एजेंसियों की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। हिमाचल प्रदेश में सोमवार देर रात सड़क धंसने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, कुल्लू, सुंदरनगर, चिढ़गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। शिमला-कालका रेड खंड पर भूस्खलन से पांच सितंबर तक ट्रेन सेवा स्थगित कर दी गई है। खराब मौसम के कारण कई जगह स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और दफ्तरों में भी घर से काम को तरजीह दी जा रही है। मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट के बीच मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में में मूसलाधार बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है, इसके प्रभाव से अगले पांच दिन भारी बारिश होने की संभावना है। इससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। तेज बारिश के चलते पंजाब और हरियाणा में बाढ़ की स्थित गंभीर हो गई है। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों तथा मौसमी नालों में आए उफान के कारण पंजाब भीषण बाढ़ की चपेट में है। सबसे अधिक प्रभावित गांव पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों में हैं। एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। हरियाणा में यमुना सहित कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण सोमवार को यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड वैराज के द्वार खोलने पड़े। रेड अलर्ट के बीच उत्तराखंड के देहरादून, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में मूसलाधार बारिश हुई और जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त हो गया। गंगा और उसकी सहायक मंदाकिनी और अलकनंदा समेत सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। हल्द्वानी में गौला नदी खतरे के निशान से 20 सीएम ऊपर बह रही है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। कई जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे देहरादून और नैनीताल समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कों पर यातायात फिर से ठप हो गया है। बारिश के कारण राजमार्ग पर समरोली और बनिहाल सेक्टर के बीच विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरे हैं। जम्मू संभाग के अधिकांश भागों में भारी बारिश हुई है। (Sep 3). पहाड़ों से लेकर मैदानों तक हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त है। पहाड़ों में जगह-जगह भूस्खनल से राष्ट्रीय राजमार्ग समेत छोटी-बड़ी सैकड़ों सड़कें बंद हैं। नदियां और नाले उफान पर हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा से लेकर दिल्ली-एनसीआर में भी कई दिनों से बारिश, बाढ़ और जलभराव से लोग परेशान हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना और एनडीआरएफ समेत विभिन्न एजेंसियों की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। हिमाचल प्रदेश में सोमवार देर रात सड़क धंसने से पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं, कुल्लू, सुंदरनगर, चिढ़गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। शिमला-कालका रेड खंड पर भूस्खलन से पांच सितंबर तक ट्रेन सेवा स्थगित कर दी गई है। खराब मौसम के कारण कई जगह स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और दफ्तरों में भी घर से काम को तरजीह दी जा रही है। मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट के बीच मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में में मूसलाधार बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है, इसके प्रभाव से अगले पांच दिन भारी बारिश होने की संभावना है। इससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है। तेज बारिश के चलते पंजाब और हरियाणा में बाढ़ की स्थित गंभीर हो गई है। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों तथा मौसमी नालों में आए उफान के कारण पंजाब भीषण बाढ़ की चपेट में है। सबसे अधिक प्रभावित गांव पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों में हैं। एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ, पंजाब पुलिस और जिला अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। हरियाणा में यमुना सहित कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण सोमवार को यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड वैराज के द्वार खोलने पड़े। रेड अलर्ट के बीच उत्तराखंड के देहरादून, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में मूसलाधार बारिश हुई और जनजीवन बुरी तरह अस्तव्यस्त हो गया। गंगा और उसकी सहायक मंदाकिनी और अलकनंदा समेत सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। हल्द्वानी में गौला नदी खतरे के निशान से 20 सीएम ऊपर बह रही है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। कई जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे देहरादून और नैनीताल समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कों पर यातायात फिर से ठप हो गया है। बारिश के कारण राजमार्ग पर समरोली और बनिहाल सेक्टर के बीच विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरे हैं। जम्मू संभाग के अधिकांश भागों में भारी बारिश हुई है।